आज गुजरात फसादात के सिलसिले में गोधरा में रेल डिब्बा जलाने की साज़िश और कारसेवकों को जिन्दा जलाने के इलज़ाम में गुजरात की अदालत ने 31 लोगों को मुजरिम ठहराया है और 61 लोगों को बा इज्ज़त बरी किया है. यह भी कहा है की यह 31 अफराद ने मुनज्ज़म साज़िश करके यह भयानक जुर्म किया है.
जबकि पूरी दुनिया जानती है की अस्ल फसादात की साज़िश RSS की मदद से मोदी ने रची थी. पर्दाह उठ चूका है और उठने वाला है. यह नतीजा तो आना ही था . बकौल शाएर:
उसी का शहर, वही मुद्दई , वही मुंसिफ
हमें यक़ीं है हमारा कुसूर निकलेगा
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