Saturday, February 19, 2011

इश्क़ पाबंदे वफ़ा है

ग़मो गुस्साओ रंजो अन्दोहो हिरमां
हमारे भी हैं मेहेरबां कैसे कैसे 

Haider Ali Aatish
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इश्क़ पाबंदे वफ़ा है, न के पाबंदे रुसूम
सर झुकाने को नहीं कहते हैं सजदा करना 

Abdul Baari Aasi 
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मोहब्बत ज़िन्दगी की सब से मुश्किल आज़माइश है
मगर यह आज़मा लेने के काबिल आज़माइश है 
Niyaaz Haider

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