Friday, February 11, 2011

दीवाना बना देते हैं

कुछ तो होते हैं मोहब्बत में जुनू के आसार
और कुछ लोग भी दीवाना बना देते हैं
Zaheer Dehlavi
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इक वज़अ पे नहीं है ज़माने का तौर, आह
मालूम हो गया मुझे लैलो नहार से 
Rajab Ali Suroor
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कौन मुझ से पूछता है रोज़ इतने प्यार से
काम कितना हो चूका है, वक़्त कितना रह गया
Hasan Naeem