अजब वाइज़ की दीँदारी है या रब
अदावत है इसे सारे जहाँ से
कोई अब तक न ये समझा क इन्सां
कहाँ जाता है आता है कहाँ से
कोई अब तक न ये समझा क इन्सां
कहाँ जाता है आता है कहाँ से
वहीँ से रात को ज़ुल्मत मिली है
चमक तारों ने पाई है जहाँ से
हम अपनी दर्दमंदी का फ़साना
सुना करते हैं अपने राजदां से
बड़ी बारीक हैं वाइज़ की चालें
चमक तारों ने पाई है जहाँ से
हम अपनी दर्दमंदी का फ़साना
सुना करते हैं अपने राजदां से
बड़ी बारीक हैं वाइज़ की चालें
लरज़ जाता है आवाज़े अजाँ से
Allama Iqbal
2 comments:
longchamp
off white
golden goose
pandora jewelry
kd shoes
off white
giannis antetokounmpo shoes
kobe 9
lebron james shoes
nike off white
useful referencelook these up newsthis website More about the authorhave a peek at this site
Post a Comment